अचानक से बढ़ी ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। ऊपर से बर्फीली हवाओं ने तो और भी ज़्यादा कहर बरपाया हुआ है। उत्तरपश्चिमी भारत में बर्फीली हवाओं का दौर बुधवार(22 दिसंबर) तक जारी रहेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में दो पश्चिमी विक्षोभ अपना असर दिखाएंगे, जिसकी वजह से 22 से 25 दिसंबर के बीच इस इलाके में हल्की छिट-पुट बारिश होगी और सर्द हवाओं से राहत मिलेगी। IMD के मुताबिक, अगले दो दिनों तक उत्तरपश्चिमी, मध्य और पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी की कोई उम्मीद नहीं है। हालांकि, दो दिन के बाद उत्तर पश्चिम भारत के न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा मध्य और पूर्वी भारत में भी न्यूनतम पारा 2 से 4 डिग्री सेल्सियत तक बढ़ेगा।
ठंड से फसल पर भी असर पड़ता है ख़ासतौर पर कम तापमान का रबी फसलों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। IMD ने फसलों को ठंड से बचाने के लिए प्रकाश और शाम में लगातार छिड़काव की सिफारिश की है। साथ ही फलों के नए पौधों को कवर रखने को कहा है। इसके अलावा मवेशियों को रात में शेड के अंदर रखने, उन्हें ठंड से बचाने के लिए सूखा बिस्तर देने और मुर्गी पालन के लिए उनके शेड में कृत्रिम प्रकाश की व्यवस्था कर उन्हें गर्म रखने को कहा है।
मौसम विभाग ने बताया, ‘हम पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने के लिए 22 और 24 दिसंबर के आसपास लगातार दो पश्चिमी विक्षोभों की उम्मीद कर रहे हैं। दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके कारण मैदानी इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। आगामी पश्चिमी विक्षोभ के कारण 22 दिसंबर से 27 दिसंबर तक जारी शीत लहर से राहत मिलने की संभावना है। लेकिन बादलों की वजह से दिन का तापमान सामान्य से नीचे ही रहेगा।’
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