मलबे से बनाईं गई हैं ईंट, फिर खड़ा किया गया है टावर
देश के संसद हमेशा से ही बढ़िया लाइफस्टाइल फॉलो करते हैं। अब लोकसभा के कुछ सांसदों को नया ठौर मिलने वाला है। गंगा, यमुना और सरस्वती नाम के तीन टावर्स में सांसदों के लिए कम से कम 76 फ्लैट्स उपलब्ध होंगे। सोमवार(23 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इनका उद्घाटन किया। 80 साल से भी पुराने आठ पुराने बंगलों को रेनोवेट करके ये तीनों टावर्स खड़े किए गए हैं।
भारत सरकार ने 218 करोड़ रुपये की मंजूरी देकर यह प्रॉजेक्ट शुरू कराया था। डॉ बीडी मार्ग पर बने ये टावर मोनोलिथिक तकनीक से बने हैं। बता दें कि पर्यावरण के मानकों का भी ध्यान रखा गया है। तीनों टावर में बने फ्लैट्स बड़े आलीशान हैं और इनमें कई अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
जानें क्या खास है सांसदों के लिए बने नए आलीशान फ्लैट्स में
- इन टावर्स को खड़ा करने में इस्तेमाल हुईं ईंटें राख, मलबे और कूड़े से बनी हैं। सभी फ्लैट्स में ग्रीन बिल्डिंग के मानकों का ध्यान रखा गया है।
- तीनों टावर में सीढ़ियों के अलावा लिफ्ट की भी व्यवस्था है। हर टावर में 4-4 ऑटोमेटिक लिफ्ट लगाई गई हैं।
- एक फ्लैट में चार बेडरूम होंगे। सबमें अटैच्छ बाथरूम होगा। इसके अलावा बालकनी भी होगी।
- बाथरूम में मॉडर्न फिटिंग्स का इंतजाम किया गया है। फ्लैट के बाथरूम में घुसेंगे तो आपको कॉर्पोरेट फील आएगा। कलर कॉम्बिनेशन से लेकर फिटिंग्स तक में लग्जरी का ध्यान रखा गया है।
- कई सांसदों को खाना बनाने का शौक है। इसके अलावा मदद के लिए स्टाफ रहता ही है। फ्लैट में मॉड्युलर किचन दिया गया है जिसमें खाना पकाने के सभी अत्याधुनिक इंतजाम हैं।
- हर फ्लैट में पूजा के लिए एक खास जगह तय की गई है। थर्मल इंसुलेशन के लिए डबल ग्लेजड विंडोज का यूज हुआ है।
- सांसदों के काम-काज को देखते हुए उनके फ्लैट्स में ऑफिस का स्पेस भी दिया गया है।
- हर एक फ्लैट में स्टाफ के लिए दो क्वार्टर्स भी बनाए गए हैं।
- सांसदों के इन नए फ्लैट्स में एलईडी लाइटिंग का इस्तेमाल हुआ है। कलर्स और वॉल पेंट्स बेहद सोबर हैं।
- तीनों टावर में सुरक्षा के सभी इंतजाम है। पूरी बिल्डिंग को सीसीटीवी से मॉनिटर किया जाएगा। इसके अलावा फायर हाइड्रेंट्स भी जगह-जगह लगाए गए हैं।
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