Toolkit Matter निजी चैट लीक न करे दिल्ली पुलिस

Toolkit Matter में गिरफ्तार पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि ने Delhi हाई कोर्ट में याचिका दायर कर जांच से जुड़ी जानकारी, उनके निजी चैट किसी तीसरे पक्ष को उपलब्ध न कराने के संबंध में दिल्ली पुलिस को निर्देश देने की मांग की है। अधिवक्ता अभिनय शेखरी, संजना श्रीकुमार, वृंदा भंडारी के माध्यम से दायर याचिका में दिशा ने कहा है कि जांच से जुड़ी जानकारी मीडिया में लीक न करने के संबंध में पुलिस को निर्देश दिया जाए। साथ ही मीडिया को उनके निजी चैट प्रकाशित करने से भी रोका जाए।  बता दें कि मंगलवार को दिशा के आवेदन पर निचली अदालत ने उन्हें वकील करने, अपने परिजनों से बात करने, गर्म कपड़े, किताब व घर का खाना खाने की अनुमति दी थी।

Toolkit Matter से पहले दिशा को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान में वह पुलिस हिरासत में है। दिशा ने हिरासत में उक्त सामान देने की मांग करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट पंकज शर्मा ने इसके अलावा टूलकिट मामले में एफआइआर, रिमांड एप्लिकेशन और अरेस्ट मेमो दिशा को उपलब्ध कराने की अनुमति दी थी।

Toolkit Matter  21 वर्षीय दिशा को किसानों के विरोध से संबंधित सोशल मीडिया पर कथित रूप से टूलकिट को संपादित करने और साझा करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने दिशा को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने भारत सरकार के खिलाफ सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक युद्ध छेड़ने के लिए टूलकिट के खालिस्तान समर्थ रचनाकारों के खिलाफ एक एफआइआर दर्ज की थी।

Toolkit Matter Delhi Police द्वारा गिरफ्तार Disha Ravi टूलकिट गूगल डॉक की संपादक है और दस्तावेज के निर्माण और प्रसार में महत्वपूर्ण साजिशकर्ता है। पुलिस ने कहा कि उसने व्हाट्सएप ग्रुप शुरू किया और टूलकिट दस्तावेज बनाने के लिए दूसरों के साथ सहयोग किया। इस प्रक्रिया में उन्होंने ट्विटर पर भारत के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए खालिस्तानी पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन का सहयोग भी किया।

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