RJD नेता रघुवंश प्रताप सिंह ने लालू-प्रसाद यादव की पार्टी को अलविदा कह दिया है। एम्स में भर्ती रघुवंश ने RJD को अपना इस्तीफा देते हुए अपने पत्र में खुद लिखा है कि “32 वर्षों तक आपके पीठ पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं”, इसके बाद उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि पार्टी नेता, कार्यकरता और आमजन ने बड़ा स्नेह दिया है, मुझे क्षमा करें।
दरअसल, रघुवंश प्रताप सिंह AIIMS में अपना इलाज करवा रहे हैं। लेकिन जानकारी के अनुसार रघुवंश के इलाज खत्म हो जाने के उपरान्त नितीश की जनता दल युनाइटेड पार्टी में शामिल होने की बातें सामने आ रहीं हैं। पत्र के मुताबिक एक बात तो बिल्कुल साफ है कि रघुवंश प्रताप अब से RJD से बिल्कुल मुंह फेर चुके हैं और वापस आने के मूड में नहीं हैं।
आखिर 74 वर्षीय रघुवंश पर्टी से क्यों फेर रहे हैं मुंह:
- रघुवंश बाबू पार्टी में धन कुबेरों को राज्यसभा चुनाव में प्राथमिकता देना और उनके वैशाली ज़िले में पूर्व सांसद रमा सिंह के शामिल कराये जाने से विमुख हैं।
- राज्य इकाई की कमान संभाल रहे जगदानंद सिंह के कार्यशैली से ख़ुश नही हैं।
- तेजस्वी यादव की राज्य की राजनीति से अनुपस्थिति पर भी उन्होंने अपना नाराज़गी सार्वजनिक की है।
- राज्य सरकर को घेरने के लिए ना कोई ढंग का बयान दिया जाता हैं और ना संवादाता सम्मेलन आयोजित किया जाता है।
बतादें रघुवंश बाबू पार्टी में उपाध्यक्ष का पद संभाल रहे थे और वे लालू के बेहद भरोसेमंद नेताओं में शुमार किए जाते थे। वे केंद्र सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं।