Rahul Gandhi ने संसदीय मर्यादा का किया उल्लंघन
देश में किसान आंदोलन चल रहा है। किसान सड़कों पर है लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। Congress नेता और पूर्व पार्टी अध्यक्ष Rahul Gandhi ने 11 फ़रवरी को लोक सभा में संसदीय मर्यादा का उल्लंघन किया। उन्होंने Lok Sabha Speaker की अनुमति के बिना Agriculture Laws के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई किसानों की मौत के लिए 2 मिनट का मौन रखवाया।
Rahul Gandhi द्वारा मर्यादा तोड़ने के बाद स्पीकर Om Birla नाराज़ हो गए। उन्होंने कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी मेरी है और अनुमति के बिना ऐसा नहीं होना चाहिए। Om Birla ने कहा कि यह नियमों को उल्लंघन है। अगर Rahul Gandhi मौन रखवाना चाहते थे तो पहले उनको अनुमति लेनी चाहिए थी। Lok Sabha में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान Rahul Gandhi ने कहा, ‘मैं बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगा और प्रदर्शन के तौर पर बजट पर नहीं बोलूंगा। मैं आज सिर्फ किसान के मुद्दे पर बोलूंगा, जो किसान शहीद हुए हैं उन लोगों को सदन में श्रद्धांजलि नहीं दी गई है। मैं भाषण के बाद दो मिनट के लिए किसानों के लिए मौन रहूंगा। आप मेरे साथ खड़े हो जाइए।’ इसके बाद Congress के सदस्यों ने मौन धारण किया।
Rahul Gandhi द्वारा मर्यादा तोड़ने के बाद Lok Sabha स्पीकर Om Birla ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी आप लोगों ने मुझे सौंपी है। इसलिए मुझे तय करने दीजिए। इसके बाद Rahul Gandhi ने लोक सभा से Walkout किया।
इससे पहले Rahul Gandhi ने कृषि कानूनों पर PM Modi के कंटेंट और इंटेट वाले बयान को उठाया। Rahul ने कहा कि पहले कंटेंट और इंटेंट पर बात कर लेते हैं। पहले कानून का कंटेंट है कि कोई भी व्यक्ति देश में कहीं भी कितना भी अनाज, फल और सब्जी खरीद सकता है। अगर ऐसा होगा तो मंडी में कौन जाएगा। पहले कानून का लक्ष्य मंडी को खत्म करना है।’ इसके बाद Rahul Gandhi ने कहा, ‘दूसरे कानून का कंटेंट आवश्यक वस्तु अधिनियम को खत्म कर जमाखोरी को बढ़ावा देना है। जबकि तीसरे कानून का कंटेंट किसानों को सही कीमत के मुद्दे पर अदालत जाने का अधिकार नहीं दिया गया है।’
यह भी पढ़ें: Defense minister rajnath singh का बड़ा बयान
AB STAR NEWS के ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं. हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो कर सकते है