कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस समय कीमतों में तेजी का रूख
महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है और ऊपर से कोरोनावायरस ने भी सबको डरा कर रखा है। कोविड-19 की महामारी के बावजूद पेट्रोलियम पदार्थों की मांग तेजी से बढ़ रही है। उधर, अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में आज कच्चा तेल थोड़ा नरम रहा। इधर, घरेलू बाज़ार में देखें तो पेट्रोल डीजल में अभी शांति ही है। यहां आज लगातार 14वें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई फेरबदल नहीं हुआ।
दिल्ली का भाव देखें तो सोमवार को भी पेट्रोल 83.71 रुपये पर तो डीजल 73.87 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा। दिल्ली में बीते 3 अगस्त से रह रह कर डीजल के दाम में या तो कटौती हुई या फिर इसके दाम स्थिर रहे। इससे डीजल 3.10 रुपये प्रति लीटर और सस्ता हो चुका था। इसके बाद इसके दाम में भी 48 दिनों तक बढ़ोतरी नहीं हुई। लेकिन, पिछले 20 नवंबर से 12 किस्तों में ठहर-ठहर कर डीजल के दाम में बढ़ोतरी ही हुई। इतने दिनों में डीजल 3.41 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज कच्चा तेल थोड़ा नरम रहा। सिंगापुर में भी इस सप्ताह के शुरूआती दिन कारोबार शुरू होते समय डब्ल्यूटीआई क्रूड (WTI Crude) के दाम में नरमी देखी गई। यह 1.80 डॉलर कम हो कर 47.30 डॉलर प्रति बैरल तक आ गया। ब्रेंट क्रूड के दाम में भी 1.70 डॉलर प्रति बैरल की कमी दिखी। उस समय इसका भाव 50.56 डॉलर प्रति बैरल चल रहा था।
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