अंबाला: चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े आ गए हैं। जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट आई है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट को लेकर शुक्रवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत देश की अर्थव्यवस्था पहली बार आधिकारिक तौर पर मंदी में चली गई है।
Under PM Modi, India’s economy is officially in a recession for the first time ever.
More importantly, 3 crore people are still looking for work under MNREGA.
Economy cannot be ordered to grow by diktats. PM needs to first understand this basic idea.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 27, 2020
राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के तहत भारत की अर्थव्यवस्था पहली बार आधिकारिक रूप से मंदी में चली गई। इससे ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि तीन करोड़ लोग अब भी मनरेगा के तहत रोजगार की तलाश में हैं।’राहुल गांधी के इसी बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जमकर हमला बोला।
‘राहुल गाँधी के इस बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जमकर हल्ला बोला। राहुल गांधी के इस बयान पर अनिल विज ने कहा कि अब न जाने राहुल गाँधी को कौन ज्ञान देता है और कौन आंकड़े समझता है यह नहीं मालूम। विज ने कहा कि अब कोरोना से उभर कर देश पटरी पर लौट रहा है।
बता दें की लगातार दो तिमाही में निगेटिव ग्रोथ को तकनीकी तौर पर मंदी माना जाता है। यानी सरकार ने आधिकारिक तौर पर मंदी को स्वीकार कर लिया है। अर्थव्यवस्था में मान्य परिभाषा के मुताबिक अगर किसी देश की जीडीपी लगातार दो तिमाही निगेटिव में रहती है यानी ग्रोथ की बजाय उसमें गिरावट आती है तो इसे मंदी की हालत मान लिया जाता है। यानी तकनीकी तौर पर देश आर्थिक मंदी में फंस चुका है। इसकी वजह यह है कि इस वित्त वर्ष की लगातार दो तिमाही में जीडीपी निगेटिव में है।