इस बार की Diwali कितनी ख़ास होगी इस चीज़ का अंदाज़ा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि इस बार Ayodhya साढ़े सात लाख दीयों से जगमगाएगी।
लंका विजय और वनवास समाप्ति के बाद भगवान राम के Ayodhya वापस लौटने की खुशी के दीपोत्सव में आज रामनगरी साढ़े सात लाख दीयों से जगमगाएगी। राम की पैड़ी पर आयोजित इस भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम में 36 हजार लीटर तेल का इस्तेमाल होगा। 12 हजार वॉलिंटियर आज एक नया वर्ल्ड रिकार्ड बनाएंगे जिसे दुनिया के कोने-कोने से लोग देखेंगे।
CM Yogi Adityanath ने सूबे की सत्ता संभालने के बाद पहले साल में ही यानी 2017 में ही दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की थी। उस साल करीब 1.80 लाख दीये जलाए गए थे। 2018 में दीयों की संख्या बढ़कर 3,01,152 हो गई। इसी तरह 2019 में भी संख्या बढ़ी। इस बार 5.50 लाख दीये जलाए गए। 2020 में 5.51 लाख दीये जले और इस साल साढ़े सात लाख दीयों से पूराने सारे रिकार्ड तोड़े जाने हैं। इसके साथ ही Yogi सरकार एक नया कीर्तिमान भी बनाएगी।
साढ़े सात लाख दीयों को जलाकर अपने ही विश्व रिकार्ड को तोड़ने और नया कीर्तिमान बनाने के लिए Ayodhya ने कमर कस ली है। इस कार्य के लिए अवध विश्वविद्यालय की पूरी टीम बीते दो दिन से कड़ी मेहनत कर कर रही है। दीपोत्सव का मुख्य पर्व हनुमान जयंती के अवसर पर बुधवार को मनाया जाएगा।
अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने 12 हजार वालंटियर के सहयोग से घाट समन्वयक एवं प्रभारी के दिशा-निर्देशन में दूसरे दिन मंगलवार को निश्चित पैटर्न पर दीए बिछाने का कार्य पूरा कर लिया। इन दीयों में बुधवार को ही तेल डालने और जलाने का काम होगा इस बार के दीपोत्सव में 32 घाटों पर लगभग दो सौ समन्वयक, 32 पर्यवेक्षक एवं 32 प्रभारी नियुक्त किए है। दीपोत्सव में प्रत्येक वालंटियर को लगभग 75 दीए जलाने का लक्ष्य दिया गया है। पूर्वाह्न नौ बजे से घाटों पर वालंटियर अपने घाटों पर मुस्तैद रहे और सुनिश्चित पैटर्न पर दीए लगाने का कार्य शुरू कर दिया।
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