प्रथम विश्व युद्ध में लगभग एक करोड़ लोगों ने गवां दी थी अपनी जान

शुक्रवार का दिन विश्व के इतिहास का वह दिन है, जिसको हर कोई याद करके केवल अफसोस करता है। आज के ही दिन 28 जुलाई 1914 को प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत हुई थी। प्रथम विश्व युद्ध उस दौर का वह महासंग्राम था, जिसमें दुनियां विकास से भटक कर गर्त में जाने की शुरुआत की थी।प्रथम विश्व युद्ध यूरोप, एशिया व अफ्रीका तीन महाद्वीपों में लड़ा गया था। उस दौर में भी धरती, समुद्र, और आकाश में लड़ा गया था। इस युद्ध से दुनियां को इतनी छति हुई कि इसको विश्व युद्ध का का नाम दे दिया गया।

आप भी देखें सुनहरे रंग वाले दुर्लभ कछुए को, जानें क्यों बदला इसका रंग

प्रथम विश्व युद्ध 52 महिने तक चला जिसमें उस समय की पीढ़ी के लिए यह जीवन की दृष्टि बदल देने वाला अनुभव था। लगभग आधी दुनियां हिंसा से ग्रस्त हो गई। जिसका दुष्परिणाम यह हुआ कि लगभग एक करोड़ लोगो ने अपनी जान गवां दी।प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति की घोषणा होते-होते दुनियां के चार बड़े देश रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया और उस्मानिया जमींदोज दो गये। जिसके बाद अमेरिका एक बार फिर महाशक्ति बनकर उभरा।

ऐसा मुस्लिम देश जहां की बिगड़ती अर्थव्यवस्था गणपति बप्पा के कारण सुधर गई

जब प्रथम विश्व युद्ध आरम्‍भ हुआ, उस समय भारत औपनिवेशिक शासन के अधीन था। जनता गुलामी की मानसिकता से ग्रसित थी। भारत की जनता, ब्रिटेन के दुश्मन को अपना दुश्मन मानती थी। उस समय तक सरकार को ‘माई-बाप’ समझने की प्रवृत्ति थी। इसीलिए जो भी सहयोग ब्रिटेन की भारत सरकार ने चाहा भारत को देना पड़ा। भारत की ओर से लड़ने गए अधिकतर सैनिक इसे अपनी स्वामीभक्ति का ही हिस्सा मानते थे।

ABSTARNEWS के ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं. हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो कर सकते है