नई दिल्ली: बॉलीवुड के अभिनेता सोनू सूद जो लॉकडाउन के दौरान मसीहा के रूप में उभर कर पूरी दुनिया के सामने आए। जिस तरह उन्होंने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के साथ रहने, खाने तक की पूरी व्यवस्था की। तबसे सोनू सूद लगातार लोगों की मदद करते आ रहे हैं। सोनू सूद ने जाने अब तक कितने लोगों को उनके घर तक पहुंचाया और कई लोगों का उपचार भी करा चुके हैं।
सोशल मीडिया पर सोनू सूद इतने एक्टिव रहते हैं कि हर कोई उनसे परेशानी शेयर कर उनसे निवारण की मांग करते है। इन में से कई लोगों की समस्या को सोनू सूद ने खत्म किया है। फिलहाल अभिनेता सोनू सूद को भारतीय चुनाव आयोग ने पंजाब राज्य का स्टेट आइकॉन चुना है। सोनू ने इस सम्मान पर खुशी जाहिर की और कहा कि वह इससे सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
सोनू ने लॉकडाउन के दौरान हजारों लोगों की मदद की थी। वह लगातार दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे थे ताकि वे अपने घरों तक पहुंच सकें। अभिनेता सोनू ने मजदूरों के अलावा कई अन्य लोगों को फेस शील्ड, खाना, मोबाइल फोन और अन्य चीजों से मदद की। कुछ दिनों पहले सोनू ने कहा था कि वह अपनी आत्मकथा लेकर आ रहे हैं, जिसका नाम-मैं मसीहा नहीं हूं- है।
बता दे की इस बार पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक दुर्गा पूजा समिति ने अपने पूजा पंडाल में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद की मूर्ती लगाई थी। कोलकाता में इस दुर्गा पूजा समिति प्रफुल्ल कानन वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य श्रींजय दत्ता ने सोनू सूद की मूर्ती लगाने पर कहा था ‘हमने अभिनेता सोनू सूद की एक प्रतिमा स्थापित की है, ताकि लोग जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए उनसे प्रेरणा ले सकें.’
चुनाव को लेकर सोनू सूद लोगों के अंदर जागरूकता फैलाते नजर आ जाते हैं। हाल ही उन्होंने बिहार में संपन्न विधानसभा चुनाव के लिए लोगों से अपील की थी कि वे अपने मतदाता का धर्म निभाएं और आगे आएं।